अदानी ग्रुप ने कल देर रात को 413 पन्नो की रिपोर्ट जारी करते हुए हिंडेनबर्ग रिसर्च को करारा जवाब दिया है। अदानी ग्रुप ने हिंडेनबर्ग रिसर्च के द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को भारत पर हमला बताते हुए कहा हे की ये झूठ के सिवाए कुछ नहीं है। जवाब में कहा हे की हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पूर्ण रूप से अविश्वशनीय बताया है। अदानी ग्रुप ने अपने जवाब में कहा ही हिंडेनबर्ग रिसर्च फर्म कोई परोपकारी कारण से उनके ऊपर रिपोर्ट प्रकाशित नही की है बल्कि अदानी ग्रुप की कंपनी अदानी एंटरप्राइजेस लिमिटेड जो अभी तक किसी भी भारतीय कंपनी द्वारा सार्वजनिक पेशकाश है उसको विफल करने की साजिश बताया है।
अदानी ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ये जो हिंडेनबर्ग फर्म द्वारा जो हमला किया है वो सिर्फ अदानी स्टॉक पर ही नहीं बल्कि भारत देश के ऊपर किया है।
अदानी ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि हिंडेनबर्ग रिसर्च एक शॉर्ट सेलर हे जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में अदानी ग्रुप में पोजिशन ले कर बैठा है, हिंडेनबर्ग रिसर्च अपने स्वयं के फायदे के लिए ये हरकत की है साथ ही उन्होंने मार्केट के सेंटीमेंट को अपने फायदे के लिए खराब किया है। अदानी ग्रुप ने हिंडेनबर्ग रिसर्च के आरोपों को खारिज करते हुए कहा की एक सफेद झूठ के अलावा और कुछ नहीं है। उनका कहना है कि हिंडेनबर्ग फर्म ने भारत की संस्थानों (सेबी, आरबीआई) की सत्यनिष्ठा पर उंगली उठाई है। अदानी ग्रुप ने कहा हे ये एक सोची समझी साजिश है इसमें अमेरिकन फर्म अपना वित्तीय फायदा उठानी जाती है। ये हिंडेनबर्ग फर्म की अनैतिकता दर्शाती जो निवेशों की राशि को गलत तरीके से बड़े पैमाने में अपना वित्तीय लाभ उठाना चाहती है।
बता दें कि हिंडेनबर्ग रिसर्च ने 25 जनवरी 2023 को अपनी वेबसाइट पर अदानी ग्रुप के ऊपर एक आर्टिकल पब्लिश किया था जिसमे उन्होंने अदानी ग्रुप के ऊपर मनी लांड्रिंग (पैसे की हेरा फेरी), स्टोक मैनिपुलेशन, अकाउंट्स में गड़बड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए अदानी ग्रुप से 88 सवाल पूछे थे। जिसके चलते हमे शुक्रवार को अदानी स्टॉक्स में भरी गिरावट देखने मिली थी।