2021 के अंत तक आते आते टेक दुनिया मे डुबकी लगाने वाले लोगों ने एक नही टेक्नोलॉजी से मुलाकात की; Meta Verse। वैसे मेटावेर्स को शुरुआत में समझना उतना आसान नही माना जा रहा पर हम यहां आपको लगातार इस नये शब्द से अवगत कराएंगे बड़े ही सरल अंदाज़ में।
फ़ेसबुक, गूगल, और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज़ कंपनी मेटावेर्स को मार्वेल करैक्टर आयरन मेन की तरह प्रदर्शित कर रही हैं, हालांकि हम भी आयरन मेन के बहुत बड़े फैन या प्रशंसक हैं। पर क्या वाकई मेटावेर्स मार्वल हीरोज़ की तरह है आइये जाने।
इस कोरोना महामारी में जीवन बहुत बड़े आयामों में बदल गया है। ऑफिस अब घर ही बन गए हैं। आपके credentials अब क्लाउड में हैं और इस नई टेक्नोलॉजी जिसे अब web3.0 कहा रहा है में डुबकी लगाने को हम सब बेकरार हैं। अब 2022 में इसी में आगे बढ़ते हुए कई और ट्रेंड्स मिलेंगे को आप भविष्य को और बेहतर और आसान बनाएंगे। और हाँ 2022 में 5G में भी बहुत ज्यादा प्रोग्रेस मिलने वाली है।
Www इंटरनेट शुरुआत में या web 2.0
करीब 30 से 40 पहले 80 के दशक में जब इंटरनेट आया था तो यह WWW उस समय वैसा ही था जैसे आज हमारे लिए Meta Verse। तब से आजतक इंटरनेट ने बहुत लंबा सफर तय किया है। जब दुनिया ने 21वी शताब्दी में क़दम रखा था उस समय दुनिया के लिए इंटरनेट किसी ब्लैकबॉर्ड की तरह था या एक नोटिस बोर्ड की तरह था जहां सिर्फ जानकारी को पढ़ा जा सकता था न सामने वाले व्यक्ति को देखा जा सकता था न ही उसे कुछ सुझाया या बताया जा सकता था।
आज तक का इंटरनेट वेब2.0 है। यहां इन्फॉर्मेशन मिलती भी है और इन्फॉर्मेशन देने वालो से आसानी से मिला भी जा सकता है। वेब2.0 में ही AI का उदय हुआ जिसने ज़िंदगी को बहुत आसान बना दिया। इंटरनेट के आने से कोई भी बोर नही हो सकता। हालांकि इंटरनेट के इस चेहरे या इस क्रांति पर कुछ बड़ी बड़ी कंपनियों का कंट्रोल रहा है। आज गूगल, फेसबुक (जो अब मेटा है) जैसी बड़ी टेक कंपनियों का नियंत्रण होने से इन्होंने काफी पैसा कमाया और मोनोपॉली से राज़ किया। कहने के लिए इंटरनेट किसी एक व्यक्ति या कम्पनी की जागीर नही परंतु आम लोगों का इंटरनेट पर कोई नियंत्रण नही। इंटरनेट पर मौजूद डेटा हालांकि वो डेटा भी जो हम और आप शेयर या लिखते हैं वह भी इन्ही टेक giants के सर्वर पर स्टोर है। जिसे वो रीड कर सकते हैं। आज आप कह सकते हैं जिसके पास डेटा हो वही इस दुनिया मे राज़ करेगा। पर अब आप 2022 मे कदम रख चुके हैं मतलब आप वेब3.0 में कदम रख चुके हैं। अर्थात यह विकेन्द्रित है। अर्थात यह
वेब 3.0
अब नया साल आते ही नई टेक्नोलॉजी भी कदम रख चुकी है। जैसे Ai ने दुनिया को बदलने में बड़ा महवपूर्ण रोल निभाया वैसे ही वेब 3.0 भी करेगा। अब WEB 3.0 की शुरुआत हो चुकी है। यह एक Decentralized Web या ऐसी तकनीक जो किसी एक या बड़ी कंपनी के हाथों में नही होगी। आइये जाने कैसे;
आप आसानी से क्रिप्टो करेंसी खरीद और बेच सकते हैं। Crypto Currency ब्लॉकचैन पर आधारित है या कहें कि ब्लॉकचैन से ही क्रिप्टो करेंसी चलती है।
ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में कोई भी डेटा किसी एक सर्वर या कम्प्यूटर से लोड नही होता न ही यह किसी एक कंपनी के ही सर्वर पर होता है बल्कि दुनिया भर के हर एक यूजर या कंप्यूटर पर थोड़ा थोड़ा सम्मिलित होता है इसी को ब्लॉकचैन कहते हैं औऱ यही टेक्नोलॉजी वेब 3.0 की नींव होने वाली है। अब आपको समझ आ गया होगा कि आखिर मेटावेर्स या वेब3.0 क्या है।
इंटरनेट दुनिया के हर यूजर या लाखो करोड़ो कंप्यूटर से जानकारी लेगा। वेब 3.0 में इंटरनेट कुछ चुनिन्दा कंपनी के सर्वर से नही बल्कि दुनियाभर की हर डिवाइस की मदद से चलेगा जो इंटरनेट से जुड़ी होगी। इसे ही लोकतंत्र कहते हैं। अब किसी एक का एकाधिकार या मोनोपॉली नही होगी।
क्या वेब3.0 सिक्योर है? क्या मेटावर्स को हैक किया जा सकता है?
वेब 3.0 को हैक कर पाना लगभग असंभव है। अगर कोई हैकर छोटी सी जानकारी भी चुराना चाहे तो उसे दुनिया के हर कम्प्यूटर या बहुत सारे यूज़र्स को एक साथ हैक कारना होगा जो कि एकदम नामुमकिन है। 2022 औऱ अब आगे आने वाले सालों में मेटावेर्स या वेब 3.0 हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा होगा।
वेब 3.0 या मेटावेर्स शुरुआत में गेमिंग और शॉपिंग की दुनिया मे सबसे ज्यादा प्रगति करेगा। गेमिंग में वर्चुअल वर्ल्ड के साथ ऑग्मेंटेड रियलिटी जैसी टेक्नोलॉजी का एक नए रूप में उपयोग होगा। शॉपिंग और आसान और सुलभ होगी। आप जैसे किसी hightech मॉल में जाते हैं तो कपड़ों को बिना पहने ही उन्हें वर्चुअल तरीक़े से ट्राय कर पाते हैं वैसे ही अब घर बैठे वर्चुअल तरीके से कपड़ों को देख परख सकेंगे।
मेटावेर्स कॉरपोरेट सेक्टर को एकदम बदल कर रख देगा। अब नोकरी, और एजुकेशन दोनों ही अलग रूप में पेश होंगे। अब हर चीज के लिए मेटावेर्स का इश्तेमाल होने वाला है।