Rail Budget 2023 वित्त मंत्री कल संसद में आम बजट पेश करने जा रही हैं, इसका मतलब है कि वह पूरे देश के लिए सरकार की सभी योजनाओं के बारे में बात करेंगी, जिसमें रेलवे जैसी चीजें भी शामिल हैं। रेलवे में रुचि रखने वाले लोग ध्यान से देख रहे होंगे कि वह क्या पेश करती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी, यह एक महत्वपूर्ण घोषणा है क्योंकि इसमें रेलवे के लिए सरकार की क्या योजना है, इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी है। बहुत से लोग यह देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं कि इस क्षेत्र में क्या किया जाएगा। पहले सरकार रेलवे बजट को अलग से पेश किया करती थी है, इसलिए लोग इस पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
कुछ जानकारों का मानना है कि मोदी सरकार रेलवे सिस्टम को बेहतर बनाने पर फोकस कर रही है, यह भी अनुमान लगाया गया है कि वे हाई-स्पीड ट्रेनों पर भी काम करेगी। यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि सरकार इस साल के बजट में रेलवे सेक्टर के लिए काफी पैसा जारी कर पाएगी। इसका मतलब यह होगा कि सरकार नई पटरी बनाने, हाई-स्पीड ट्रेनों की संख्या बढ़ाने और पहले से चल रहे प्रोजेक्ट्स को पूरा करने पर ध्यान देगी। हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि आम बजट में किन महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के लिए कितना पैसा दिया जाएगा।
वंदे भारत ट्रेन
मोदी सरकार भारत वंदे भारत ट्रेन के एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, इसका मतलब है कि जल्द ही नए ट्रेन रूट का ऐलान हो सकता है। यह भी दावा किया जा रहा है कि 400 नई वंदे भारत ट्रेनों का ऐलान किया जा सकता है, इसका मतलब यह है कि सरकार शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस जैसी मौजूदा ट्रेनों को वंदे भारत नामक नई ट्रेनों से बदलने की योजना बना रही है। इन ट्रेनों को चलाने के लिए सही ट्रैक की स्थिति की आवश्यकता होगी, इसलिए हम वंदे भारत ट्रेन के रूट पर पटरियों को बेहतर बनाने के बारे में घोषणाएं सुन सकते हैं।
हाइड्रोजन पावर ट्रेनें
विशेषज्ञों का मानना है कि G20 (अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग) के अध्यक्ष भारत के रेलवे क्षेत्र में हाइड्रोजन पावर से चलने वाली ट्रेनों को लागू करने के लिए कार्रवाई करेंगे, ताकि इस तरह की ऊर्जा के अधिक उपयोग पर जोर दिया जा सके। ऐसे में कार्बन प्रदूषण को कम करने के लिए वित्त मंत्री के भाषण में क्लीन एनर्जी और हाइड्रोजन पावर ट्रेनों से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं। रेलवे प्रशासन ऐसे स्टेशनों की स्थापना करके हाइड्रोजन पावर ट्रेनों की शुरुआत करने से जुड़े कदम उठा सकती है।
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट
पिछले वित्तीय वर्ष के बजट में अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के बारे में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई थी। यह घोषणा की गई थी कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड को उस वर्ष 19 हजार करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त राशि हुई थी। हालांकि, जानकारों का मानना है कि पूरे प्रोजेक्ट की लागत उससे कहीं ज्यादा है और इसे हकीकत में बदलने के लिए और पैसे की जरूरत होगी। रेलवे अधिकारियों का अनुमान है कि यह प्रोजेक्ट 2027 तक पूरा हो सकता है।
FAQ- Rail Budget 2023 In hindi
किस देश में हाइड्रोजन ट्रेन है?
हाइड्रोजन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेन का बेड़ा रखने वाला जर्मनी पहला देश है। सरकार ने घोषणा की है कि वे 15 डीजल ट्रेनों को हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेनों से बदलेंगे।
भारत की हाइड्रोजन ट्रेन कौन सी है?
भारत सरकार हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाली एक प्रोटोटाइप ट्रेन पर काम कर रही है। भारतीय रेलवे इस साल के अंत तक अपने कुछ नैरो गेज विरासत मार्गों पर हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेनों को शुरू करने की योजना बना रहा है।