भारत ने पिछले कुछ समय में डिजिटल भुगतान में कई उपलब्धियां हासिल कि है, जब से देश में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) आया है तब से डिजिटल पेमेंट में एक क्रांति सी आ गई हैं। अब ये सेवा अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए भी उपलब्ध कराईं जायेगी। आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट को ओर बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए भी UPI सेवा शुरू कर दी हैं। इसके माध्यम से यात्री भारत में किसी भी मर्चेंट को क्यूआर कोड स्कैन करके भुगतान कर पाएंगे।
कौन कौन से देश के यात्री UPI सेवा का लाभ उठा सकता है?
आरबीआई ने अभी सिर्फ जी-20 देशों के यात्रियों को भारत आने पर UPI सुविधा उपलब्ध की है। उम्मीद है आने वाले कुछ समय में ये सेवा और भी देशों के यात्रियों के लिए भी शुरू कर दी जाएगी। UPI सुविधा से भारत आने वाले यात्री भारत में किसी भी मर्चेंट को UPI के जरिए भुगतान कर पाएंगे।
UPI सुविधा कहा मिलेगी ?
अभी ये सेवा सिर्फ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों मुंबई, बेंगलुरु और नई दिल्ली में उपलब्ध होगी। जल्द ही ये सेवा देश के और भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर शुरू कर दी जाएगी। इन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों से जी-20 देशों से आए यात्री UPI सेवा को ले पाएंगे जिससे वो भारत में कही भी किसी भी मर्चेंट को भुगतान कर पाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए UPI काम कैसे करेगा?
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों मुंबई, बेंगलुरु और नई दिल्ली पर आरबीआई द्वारा नियुक्त आउटलेट से यात्री को प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) वॉलेट जारी किए जाएंगे जो UPI से जुड़ा होगा। शुरुआती दौर में सिर्फ आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और दो गैर-बैंक प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) जारीकर्ता, ट्रांसकॉर्प इंटरनेशनल लिमिटेड और पाइन लैब्स लिमिटेड द्वारा UPI वॉलेट जारी किए जाएंगे।
UPI सक्षम प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) जारी होने के बाद व्यक्ति पीपीआई वॉलेट से भारत में किसी भी मर्चेंट द्वारा प्रदान किया क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा फिर यात्री को जो भी राशि का लेनदेन करना है वो डाल कर आगे UPI पिन डालना होगा जिससे भुगतान हो जायेगा।
UPI सक्षम प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) सिर्फ मर्चेंट (P2M) भुगतान के लिए उपयोग किए जा सकता हैं। पीपीआई वॉलेट से व्यक्ति से व्यक्ति (P2P) का लेना देना नहीं हो सकता हैं। यह पीपीआई से जो भी भुगतान होगा वह भारतीय मुद्रा रुपए में ही होगा।