दोस्तो आप सब को पता ही जो हिंडेनबर्ग फर्म वर्सस अदानी ग्रुप चल रहा है जिससे भारतीय शेयर बाजार में उथल पुथल मची हुई है। हिंडेनबर्ग फर्म ने अदानी ग्रुप के ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग, फ्रॉड, शेयर में मैनिपुलेशन ( हेरा फेरी), करप्शन जैसे बहुत ही गंभीर आरोप लगाए है जिसके परिणाम से कल बाजार में अदानी ग्रुप को उनके स्टॉक्स से ₹18305 रुपए का घाटा हुआ है। अदानी ग्रुप ने हिंडेनबर्ग फर्म की रिर्पोट को गलत बताते हुऐ फर्म के ऊपर कार्यवाही करने की बात कही थी । हिंडेनबर्ग रिसर्च फर्म ने अदानी ग्रुप के इस स्टेटमेंट के जवाब में वेलकम कहा हैं।
हिंडेनबर्ग रिसर्च फर्म ने अदानी ग्रुप को खुली चुनौती देते हुऐ कहा है आप आइए यूएस कोर्ट (United state court) में करिए हमारे ऊपर केस। हिंडेनबर्ग रिसर्च फर्म का कहना हे उन्होंने जो रिपोर्ट पब्लिश की है वो उनके द्वारा कंपनी जांच पड़ताल करने के बाद ही की है साथ ही जो आरोप उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लगाए है अदानी ग्रुप पर उसके सबूत है उनके पास। हिंडेनबर्ग फर्म ने अपनी रिर्पोट में अदानी ग्रुप से 88 सवाल पूछे थे। 2 दिन हो जाने के बाद भी अदानी ग्रुप ने अभी तक उनके सवालों के जवाब नही दिए हैं।
हम यह थोड़ा हिंडेनबर्ग कंपनी के इतिहास ओर काम करने के तरीके के बारे में थोड़ा जान लेते है ताकि हम अनुमान लगा सके आने वाले दिनों में ओर क्या क्या हो सकता है। हिंडेनबर्ग फर्म एक रिसर्च कंपनी के साथ शॉर्ट सेलर (Short seller) भी है। हिंडेनबर्ग ने पहला से ही स्टॉक्स में पोजिशन ले लेता है रिपोर्ट पब्लिश करने के बाद जब मार्केट में दबाव आता हे तो वो अपनी पोजिशन से अच्छा खासा मुनाफा कमाता है यही नहीं फर्म अपने ग्राहक (cilent) को भी ये रिर्पोट दे देता है रिपोर्ट पब्लिश करने से पहले ताकि वो भी पोजिशन बना कर मुनफा कमा सके जिससे फर्म को उनके मुनाफे से कमीशन मिलता है। अपने काम करने के तरीके के बारे में हिंडेनबर्ग फर्म ने अपनी वेबसाइट पर पब्लिश कर रखा है।
अब देखना होगा अदानी ग्रुप कोर्ट जाता है कि नही हिंडेनबर्ग के पीछे । क्योंकि यह अगर अदानी ग्रुप एक बार कोर्ट में हिंडेनबर्ग फर्म के ऊपर केस करता है तो फिर जो भी हिंडेनबर्ग ने रिपोर्ट में कहा है उसकी जांच होगी ओर वो जांच न ही सरकार करेगी न ही अदानी ग्रुप वो जांच एक स्वतंत्र बॉर्ड के द्वारा कराई जाएगी जिसका गठन कोर्ट द्वारा ही होगा । यह बात हिंडेनबर्ग फर्म को अच्छे से पता है इसीलिए वो अदानी ग्रुप को उनके ऊपर केस करने के लिया बोल रहा है। वही अगर अदानी ग्रुप केस करता है और जांच होती हे उसमे अगर कंपनी में कुछ पकड़ में आता है तो अदानी ग्रुप की मुश्किलें ओर भी बढ़ सकती है।