जीएसटी परिषद की 49वी बैठक 18 फरवरी 2023 को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। 49वी जीएसटी परिषद की अध्यक्षता वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा हुई। बैठक में कई अहम फैसले लिए गए जिसका असर आम लोगों की दिनचर्या पर पड़ेगा। कुछ समय पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोलियम को जीएसटी के दायरे में लेने की टिप्पणी की थी। तब से सब आस लगा कर बैठे थे की शायद इस जीएसटी परिषद की बैठक में पेट्रोल डीजल को जीएसटी में ले लिया जाएगा पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। चलिए जानते है जीएसटी परिषद ने कोन – कोन से फैसले लिए है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी परिषद की बैठक खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया की जून माह का जीएसटी क्षतिपूर्ति दावा की बकाया राशि 16,982 करोड़ रुपए जल्द से जल्द राज्यों को भुगतान कर दी जाएगी। जीएसटी काउंसिल ने ऐसे पंजीकृत व्यापारी जो 20 करोड़ रुपए तक लेन देन करते थे उन्हें अब सलाना जीएसटी रिटर्न फॉर्म जीएसटीआर-9 पर लगाने वाला विलंब शुल्क को विचाराधीन करने का फैसला लिया है।
जीएसटी परिषद की बैठक के बाद क्या हुआ सस्ता
- पेंसिल और शार्पनर पर जीएसटी को 18% से घटा कर 12% करने का निर्णय लिया हैं।
- तरल गुड़ पर जीएसटी को 18% से घटाकर शून्य कर दिया गया हैं। मगर गुड प्री-पैकेज्ड और लेबल्ड है तो 5% जीएसटी देना होगा।
- नेशनल टेक्सिंग एसेंजीस पर जीएसटी नहीं देना होगा, साथ ही एग्जामिनेशन फीस पर 18% जीएसटी को भी अब शून्य कर दिया गया हैं।
- बाजरे पर भी टैक्स पर छूट को विचाराधीन रखा है आने वाले कुछ समय में इसे भी करमुक्त किया जा सकता है।
- ट्रैकिंग उपकरण और डेटा लॉगर पर दर को 18% से घटाकर 0% कर दिया गया है।
जीएसटी परिषद की बैठक के बाद क्या हुआ मंहगा
- गुटखा पान मसाला पर होने वाली टैक्स चोरी को रोकने के लिए अब सरकार इसके उत्पादन को ट्रैक करेगी तत्पश्चात उसके ऊपर सेस लगाया जाएगा। इससे गुटखा पान मसाला के खुदरा मूल्य में बढ़ोतरी होती दिखाई देगी।
- कोर्ट सर्विस फीस में भी बढ़ोतरी की जायेगी।
- चबाने वाले तंबाकू के ऊपर लगने वाले सेस भी शराब की तरह ट्रैक करके उसके उत्पादन पर लगाया जाएगा।