आज रिज़र्व बैक ऑफ इंडिया (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy) की बैठक का नतीजा आया है। जिसमे आरबीआई ने वर्तमान रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट मतलब 0.25% की बढ़ोतरी का फैसला लिया हैं। अब रेपो रेट 6.25% से बढ़ कर 6.50% कर दिया गया हैं। आरबीआई ने लगातार छटवी बार रेपो रेट बढ़ाया हैं।आरबीआई के इस कदम से अब लोन लेना और भी महंगे हो जायेंगे। होम लोन (Home Loan), पर्सनल लोन (Personal Loan), कर लोन (Car Loan) की ईएमआई (EMI) में भी बढ़ोतरी होगी। सोमवार 6 फरवरी को मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy) की बैठक शुरू हुई थी जो आज 8 फरवरी 2023 को समाप्त हुई जिसके बाद आरबीआई ने बैठक के नतीजो को प्रकाशित किए।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy) के छह सदस्य में से चार ने रेपो रेट बढ़ने के पक्ष में मत दिया। खदरा मुद्रास्फीति की दर वर्तमान में 6.50% हैं। आरबीआई के अनुसार फाइनेंशियल ईयर 2024 की जीडीपी (GDP) 6.40% होने का अनुमान लगाया गया है।
वही दिसंबर 2022 में आरबीआई ने मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy) में 5.90% से बढ़ाकर 6.25% किया था। आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोतरी करते हुए कहा ही की रेपो रेट में 0.25% की वृद्धि को मौजूदा हालात के हिसाब से सही है।
रेपो रेट को आसान भाषा में समझा जाए तो जिस प्रकार हम बैंक से लोन लेते एक ब्याज दर पर उसी प्रकार बैंको द्वारा आरबीआई से लोन लिया जाता है एक निश्चित ब्याज दर पर इसी ब्याज दर को रेपो रेट (Repo Rate) कहते हैं। जब बैंकों को जब ज्यादा ब्याज दर में कर्जा मिलेगा तो इसका सीधा असर आम जनता पर भी होगा। अब होम लोन, कार लोन आदि सभी लोन की ब्याज दर में भी बढ़ोतरी हो जाएगी।